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क्या आप जानते है संतुलित जीवन क़े 5 स्तम्भ क्या है

हम आपको इस पोस्ट में अपने जीवन क़े कई ऐसे पहलुओं क़ी बात करेंगे जिस से आप उनके सहारे से जीवन यापन कर सकते है औऱ साथ ही साथ हम आपको बताएंगे क़ी जीवन जीने क़े 5 स्तम्भ कोनसे है जिसके सहारो से जीवन कों शास्त्रों क़े हिसाब से जिया जा सकता है लेकिन इस कलयुग में सभी लोग सब कुछ कर रहे है जिसको नही करना चाहिए वो भी कर रहे है लेकिन साथ साथ इसका खामियाजा भी भुगत रहे है जिस से जीवां में काफी दुख प्रकट हों जाते है आइये हम इन्ही स्तम्भ पर बात करते है कौन कौन से ये स्तम्भ है औऱ कैसे इनसंतुलित जीवन क़े 5 स्तम्भ क्या है

1.स्वास्थ्य ( Health ) 2. रिश्ते ( Relations )3.करियर ( Career )4.वित्त ( Finance) 5. व्यक्तिगत विकास ( personal growth )

 

1. स्वास्थ्य :- 

नियमित रूप से व्याम करे :- नियमित रूप से आप सुबह समय निकल कर व्याम करे जिस से मन औऱ शरीर दोनों स्वास्थ्य रहे औऱ खानपीन का विशेष ध्यान रखे क्यों क़ी लोग आजकल कुछ चीजों का ध्यान नही रखते है जिस से शरीर में आलस क्रोध आदि उत्पन्न हों जाते है व्याम करने से आपका मन शुद्ध होता है औऱ आप कभी भी बीमार नही पड़ोगे औऱ विशेषकर अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखकर कोई भी कार्य करे

संतुलित आहार ले :- आज क़े समय में लोगो का खानपान सही नही है विशेषकर शहरों में शुद्ध खानपान ही व्यक्ति में ताकत औऱ बुद्धि का विकाश कराता है इस लिये संतुलित एवं शुद्ध खान पान करे

पानी पिए :- दिन में खूब पानी पिए जिस से आपका शरीर स्वास्थ्य रहता है किडनी सही रहती है दिम्माग सही काम करता है

नींद कों प्राथमिकता दे :- सबसे पहले काम करने क़े बाद शाम कों 6 घंटे क़ी नींद लेना अनिवार्य है अगर आप नींद नही लेंगे तो आपके शरीर पर विपरीत प्रभाब पड़ेगा औऱ आप बहुत ही बीमार पड़ जाएंगे इसलिए आप भरपूर नींद ले

आत्म देखभाल का अभ्यास करें :- स्वयं क़ी आत्म देखभाल करे आत्म देखभाल का मतलब है क़ी आने जीवन क़े मूल्यों कों सही तरीके से जिए.

2. रिश्ते :-

खुलकर करें बातचीत :- 

आजकल लोग कोई भी रिस्ता हों खुलकर बात नही करते लेकिन ऐसा नही बल्कि उचित बाते करे औऱ खुलकर करें जिस से रिश्ते में गहराई एवं मजबूती आती है औऱ धीरे धीरे विस्वास होने लगता है साथ ही साथ सार्थक बातें करें

गुणवत्ता पूर्ण समय विताएं :- लोगो क़े साथ आनंदित औऱ गुणवत्ता पूर्ण समय विताएं जिस से मन शांत रहता है लोगो क़े बीच में बिस्वास बढ़ता है 

सराहना दिखाए :- लोगो क़े प्रति बात करते समय सराहना दिखाए औऱ साफ सुथरी बात करे 

सक्रिय रूप से सुने :-  जब भी कोई बात कर रहा हों तो उसको सक्रिय रूप से सुने जिस से उसके मन में उसका प्रभाव बढ़ता है औऱ साथ ही साथ उसका बातों में साथ दे जिस से आपके मन में उसके प्रति निष्ठा बढ़ेगी.

3.करियर :- साथ साथ ये भी ध्यान रखें क़ी अपना करियर कैसे बनाये जिस से हम समझ में अपनी एक अलग प्रतिष्ठा बना सके एक ऐसा क्षेत्र चुने जहा आपका काम करने का मन हों उसमे में आप अपना करियर बना सकते है जिस से लोग आपको सामाजिक समझेंगे स्पष्ट लक्ष्य निर्धारित करें क़ी हमको क्या करना है औऱ क्या नही करना चाहिए जिस से आपको आगे बढ़ने मैं सफलता मिलेगी औऱ आपका विज़न क्लियर हों जायेगा कोई भी कार्य करने से पहले लोगो से उचित सलाह ले औऱ संगठित रहे हमेशा इस से आप कभी भी पीछे नही जाओगे औऱ साथ ही साथ आप निरंतर कुछ नया सीखते रहे जिस से आपको ज्ञान होगा ये ज्ञान आपको जीवन मैं बहुत काम आएगा प्रभि ढंग से अपना नेटवर्क बनाये लोगो कों अपने साथ जोड़े जिस से आपके ज्ञान मैं बढ़ोतरी होंगी औऱ साथ ही साथ कार्य जीवन का संतुलन बनाये रखें.

4.वित्त :- किसी भी कार्य कों करने से पहले बजट समझदारी से बनाये रुपयो का हिसाब रखें औऱ अनाब सनाब खर्चो से बचें जितना हों सके धन कों उतना ही खर्च करे जितना काम हों. औऱ साथ ही साथ धन का किसी भी bussiness मैं समझदारी से निवेश करे औऱ साथ ही साथ अनायावश्यक कर्ज से बचें औऱ खर्च पर नियंत्रण रखें.

5.व्यक्तिगत विकास :- ऐसा नही है क़ी आप काम औऱ नौकरी क़े चक्कर मैं खुद कों भूल जाओ आपको शोक मौज भी करनी चाहिए औऱ कही घूने का प्लान जरूर बनाये जिस से बुद्धिक छमता का विकास होता है 

 

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